हेतु निःशुल्क बस सेवा का शुभारम्भ
शिक्षा और रोजगार।
क्षेत्र की प्रगति मेरा लक्ष्य।
शिक्षा और रोजगार।
दु:खी की सहायता ही हमारा
प्रधान कर्तव्य है |
जनसेवा और सामाजिक सरोकार
हमारा लक्ष्य और प्रयास
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःख भाग्भवेत्।।
यह श्लोक मनुष्य जीवन के उन पहलुओं को दर्शाता है जो सेवा, समर्पण, सहयोग और समानता की परिधि पर हर किसी के जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि और संपन्नता को बनाए रखने की कामना करता है. इसी संस्कृति और मानव जीवन के मूल्यों के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए हमने “भावना” समाजसेवी संगठन की स्थापना की है, जो अपने मूल मंत्र ज़रूरतमंदों को “बेहतर कल” प्रदान करने के साथ गरीब, असहाय एवं जरुरतमंदों के उत्थान हेतु निरंतर कार्य करेगी. हमारा मूल उद्देश्य हर व्यक्ति, वर्ग एवं क्षेत्र के विकास हेतु जन-आकांक्षाओं, जरूरतों और भावनाओं को निःस्वार्थ भाव से पूर्ण करने एवं यथासंभव उसे पूरा करने हेतु प्रयास करना है.
संस्थागत जानकारी
प्रणाम
मैं भावना बोहरा संस्थापक भावना समाज सेवी संस्थान आप सभी को सादर प्रणाम करती हूं. जनसेवा ही प्रभुसेवा है यह ध्येय को आत्मसात करते हुए मैंने प्रदेशवासियों और पंडरिया क्षेत्रवासियों के सुख-दुःख में साथ निभाने एवं क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का संकल्प लिया है।